पटना: सुशांत सिंह राजपूत मामले में बिहार पुलिस टीम को जांच के लिए रोके जाने के बाद राज्य सरकार ने आखिरकार बड़ा फैसला लिया है. 46 दिनों से सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या मामले में सीबीआई जांच की मांग की जा रही है. अब जा कर बिहार सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश करने पर मुहर लगा दी है. सीएम नीतीश कुमार ने इसकी जानकारी दी है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के लोगों की ओर से लगातार सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी. अब जबकि सारी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं तो राज्य सरकार भी जल्द ही सिफारिश की सारी औपचारिकताएं पूरी करने की तैयारी कर रही है.
सीएम ने कहा कि जिस तरीके से महाराष्ट्र में बिहार पुलिस की टीम गई थी, लेकिन मुंबई पुलिस उनका सहयोग नहीं कर रही. बिहार की पुलिस वहां जांच करना चाहती है लेकिन बावजूद जिस तरीके से सहयोग नहीं मिल पा रहा था और हर कोई सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि अब तक समस्या यह थी कि परिवार की ओर से कोई एफआईआर नहीं दायर किया गया था, लेकिन वह भी औपचारिकता पूरी हो गई है. इसलिए राज्य सरकार ने भी अपनी तरफ से केंद्र से सीबीआई जांच कराने की अपील करेगी.
बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने पिछले दिनों राजीव नगर थाने में एफआईआर दायर किया था. इसके बाद बिहार पुलिस की एक टीम मामले की पड़ताल में मुंबई पहुंची थी, लेकिन उसे मुंबई पुलिस से कुछ खास सहयोग नहीं मिल पा रहा था. यहां तक कि बिहार पुलिस के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी जो जांच के लिए भेजे गए थे, उन्हें भी जबरन क्वारंटाइन कर लिया गया.
इसके बाद से ही लगातार सीबीआई जांच की मांग ने बिहार के सियासी गलियारे में तूल पकड़ ली थी. पिछले दिनों बिहार विधानसभा सत्र के दौरान सुशांत के भाई व छातापुर विधायक नीरज कुमार बब्लू ने भी सरकार से सीबीआई जांच की सिफारिश की मांग की थी.